⭐Hindi-saman tuk wale shabd
समान तुक वाले शब्द वे होते हैं जिनकी आखिरी आवाज़ (end sound) एक जैसी होती है। इन्हें बोलते समय सुनने में एक जैसा लगता है।
राजा और बाजा , जल और फल
नमस्ते! यहाँ कक्षा 1 की हिंदी व्याकरण में समान तुक वाले शब्दों की महत्वपूर्ण भूमिका बताई गई है:
⭐ समान तुक वाले शब्दों की भूमिका (Role of Rhyming Words)
कक्षा 1 में, समान तुक वाले शब्द (Rhyming Words या तुकांत शब्द) बच्चों को भाषा सीखने की बुनियादी बातों से जोड़ने का एक मजेदार और प्रभावी तरीका है।
1. ध्वनि पहचान (Phonemic Awareness)
- यह बच्चों को शब्दों की अंतिम आवाज़ (end sound) को पहचानने और सुनने में मदद करता है। यह ध्वनि पहचान (Phonemic Awareness) के लिए बहुत ज़रूरी है।
- उदाहरण के लिए, ‘कल’ और ‘चल’ में समान ‘ल’ की ध्वनि पर ध्यान जाता है, जिससे उन्हें अक्षरों और ध्वनियों के संबंध को समझने में आसानी होती है।
2. पढ़ने की तैयारी (Reading Readiness)
- जब बच्चे तुक वाले शब्दों को पहचानते हैं, तो वे समझते हैं कि जिन शब्दों की आवाज़ एक जैसी होती है, उनके अंतिम अक्षर या मात्राएँ भी अक्सर समान होती हैं (जैसे: ‘ताला’ और ‘माला’)।
- यह उन्हें नए शब्दों को तेजी से पढ़ने (Decoding) और वर्तनी (Spelling) सीखने में मदद करता है।
3. भाषा में प्रवाह और लय (Rhythm and Flow in Language)
- तुक वाले शब्द कविता, गीत और बाल-कहानियों में लय (Rhythm) और संगीत पैदा करते हैं।
- इनका अभ्यास करने से बच्चों को भाषा को प्रवाह (Fluency) के साथ पढ़ने और बोलने में मज़ा आता है, जिससे उनकी भाषा में रुचि बढ़ती है।
4. शब्दावली का विस्तार (Vocabulary Expansion)
- तुकबंदी (Rhyming) की मदद से बच्चे एक साथ कई नए शब्द सीखते हैं (जैसे: जल, फल, नल)। एक शब्द की जानकारी से मिलते-जुलते अन्य शब्दों को याद रखना आसान हो जाता है।
संक्षेप में, कक्षा 1 में समान तुक वाले शब्द ध्वनियों को समझने, पढ़ने की नींव मजबूत करने और भाषा सीखने को मजेदार बनाने का काम करते हैं।
To get these “Hindi-saman tuk wale shabd” worksheets please click on the given images.


